पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच कैसे रहें साइबर सेफ? हैकरों से बचने के जरूरी टिप्स

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते भौगोलिक और राजनीतिक तनाव के बीच अब एक नया खतरा सामने आ रहा है—साइबर हमला। पाकिस्तान समर्थित हैकर ग्रुप्स भारत के सरकारी, रक्षा और नागरिक डिजिटल सिस्टम को निशाना बना सकते हैं।

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पाक हैकर किस तरह कर सकते हैं हमला?

  1. फिशिंग ईमेल्स के ज़रिए सरकारी या प्राइवेट यूज़र्स को निशाना बनाना

  2. मैलवेयर और रैंसमवेयर के ज़रिए डेटा चुराना

  3. सरकारी वेबसाइट्स को डाउन करना (DDoS अटैक)

  4. सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाना

  5. फेक ऐप्स और लिंक के ज़रिए नागरिकों का डेटा चोरी करना

कैसे बनाएं खुद को साइबर सेफ?

1. फिशिंग से बचाव

  • अनजान ईमेल लिंक या अटैचमेंट न खोलें

  • “gov.in” जैसे सरकारी डोमेन को पहचानें

  • लिंक पर क्लिक करने से पहले URL वेरिफाई करें

2. पासवर्ड स्ट्रॉन्ग और यूनिक रखें

  • हर अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड

  • पासवर्ड में @#% जैसे स्पेशल कैरेक्टर्स का प्रयोग करें

  • टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ऑन करें

3. एंटीवायरस और VPN का प्रयोग करें

  • डिवाइस को अपडेट रखें

  • मोबाइल और लैपटॉप में भरोसेमंद एंटीवायरस इंस्टॉल करें

  • पब्लिक WiFi पर VPN का इस्तेमाल करें

4. सोशल मीडिया पर सतर्क रहें

  • व्यक्तिगत या संवेदनशील जानकारी शेयर न करें

  • फर्जी प्रोफाइल्स से दोस्ती न करें

  • राष्ट्रविरोधी सामग्री की रिपोर्ट करें

सरकार और संस्थानों को क्या करना चाहिए?

  • सभी क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की सिक्योरिटी ऑडिट

  • CERT-IN जैसे साइबर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड में रखना

  • सरकारी कर्मचारियों को नियमित साइबर हाइजीन ट्रेनिंग

  • डेटा एन्क्रिप्शन और बैकअप सिस्टम को मजबूत बनाना

साइबर फ्रंट पर भी सतर्कता जरूरी

युद्ध सिर्फ बॉर्डर पर नहीं होता, अब उसका एक और रूप हमारे मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन पर भी है। पाकिस्तान समर्थित साइबर तत्व सिर्फ संस्थानों पर ही नहीं, आम नागरिकों को भी निशाना बना सकते हैं। ऐसे में हर नागरिक की डिजिटल जिम्मेदारी और सतर्कता, देश की सुरक्षा का हिस्सा है।

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